मायावती ने कहा कि इस प्रकार राजस्थान में लगातार जारी राजनीतिक गतिरोध, आपसी उठा-पठक व सरकारी अस्थिरता के हालात का वहां के राज्यपाल को संज्ञान लेना चाहिए।
नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने शनिवार को राजस्थान में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पहले दल-बदल कानून का खुला उल्लंघन व बीएसपी के साथ लगातार दूसरी बार दगाबाजी करके पार्टी के विधायकों को कांग्रेस में शामिल कराया और अब जग-जाहिर तौर पर फोन टेप कराके इन्होंने एक और गैर-कानूनी व असंवैधानिक काम किया है।
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि इस प्रकार राजस्थान में लगातार जारी राजनीतिक गतिरोध, आपसी उठा-पठक व सरकारी अस्थिरता के हालात का वहां के राज्यपाल को प्रभावी संज्ञान लेकर वहां राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करनी चाहिए, ताकि राज्य में लोकतंत्र की और ज्यादा दुर्दशा न हो।
वसंधुरा राजे के करीबी विधायक ने उठाए सवाल
भारतीय जनता पार्टी के विधायक कैलाश मेघवाल जो वसुंधरा राजे के बहुत करीबी नेता माने जाते हैं, ने राजस्थान की मौजूदा परिस्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा कि बीजेपी चाल, चरित्र, नैतिकता वाली पार्टी है इसलिए उसे विधायकों की खरीद-फरोख्त जैसे कृत में संलिप्त नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि चुनी हुई सरकार को गिराना और विधायकों को खरीद कर अपनी सरकार बनाने जैसे कृत निंदनीय है। राजनीति के इस स्तर को सुधारने का भी अब वक्त आ गया है।
Maharashtra Minister Aaditya Thackeray files a petition before Supreme Court challenging the decision of University Grants Commission (UGC) to conduct final year examinations. Court has not yet admitted the petition for hearing. (file pic) pic.twitter.com/DBv2gI20j2
— ANI (@ANI) July 18, 2020
पसंद आया तो—— कमेंट्स बॉक्स में अपने सुझाव व् कमेंट्स जुरूर करे और शेयर करें
आईडिया टीवी न्यूज़ :- से जुड़े ताजा अपडेट के लिए हमें फेसबुक यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो लाइक करें