राजस्थान में बुधवार को बुलाया जा सकता है विधानसभा का विशेष सत्र?

सूत्रों का कहना है कि गहलोत ने राज्यपाल को समर्थन करने वाले 103 विधायकों की सूची सौंपी और बहुमत का दावा किया.

जयपुर: राजस्थान (Rajasthan) में जारी राजनीतिक उठा-पटक के बीच बुधवार को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जा सकता है. सचिन पायलट (Sachin pilot) को उपमुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद उनके साथ 18 अन्य विधायकों के बगावत के बाद राज्य की गहलोत सरकार पर खतरा मंडराने लगा है. हालांकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दावा है कि उनके पास बहुमत है. इसी को लेकर अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने शनिवार को राज्यपाल कलराज मिश्र से राजभवन जाकर भेंट की. हालांकि इसे शिष्टाचार भेंट बताया गया, लेकिन सूत्रों का कहना है कि गहलोत ने राज्यपाल को समर्थन करने वाले 103 विधायकों की सूची सौंपी और बहुमत का दावा किया.

राजस्थान में राजनीतिक गहमागहमी के बीच राज्यपाल से अशोक गहलोत की मुलाकात को काफी माना जा रहा है. इससे राजस्थान की राजनैतिक घटनाक्रम को नई दिशा दे दी है. बताया जा रहा है कि बुधवार से शॉर्ट टर्म पर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जा सकता है. माना यह भी जा रहा है कि बहुमत सिद्ध करने के लिए इस सत्र को बुलाया जा सकता है.

सचिन पायलट और उनके खेमे के 18 बागी विधायकों के कांग्रेस से बगावत के बाद राज्य में गहलोत सरकार के भविष्य पर प्रश्न चिह्न लग गया, लेकिन इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बीटीपी के दो विधायकों को अपने पक्ष की ओर लाने में सफल रहे. राजस्थान में भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के दोनों विधायकों राजकुमार रोत एवं रामप्रसाद ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में राज्य की अशोक गहलोत सरकार को समर्थन देने की घोषणा की. फिलहाल प्रत्येक सीट महत्वपूर्ण हो गई है.

राजस्थान में विधानसभा समीकरण के अनुसार, विधानसभा अध्यक्ष को मिलाकर कांग्रेस के 88 विधायक अशोक गहलोत गुट पास हैं. भारतीय ट्राइबल पार्टी और सीपीएम के 2-2 विधायक, आरएलडी के एक विधायक और 10 निर्दलीय विधायकों के समर्थन देने के बाद अशोक गहलोत के समर्थक विधायकों का आंकड़ा 103 हो जाता है. 200 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिए 101 विधायकों का समर्थन चाहिए होता है. कांग्रेस के दावे के मुताबिक गहलोत गुट के पास अभी बहुमत है.

उधर सचिन पायलट को कांग्रेस के 18 विधायकों का समर्थन है. तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन मिलने से पायलट खेमे में कुल 22 विधायक हैं. जबकि राज्य की विपक्षी पार्टी बीजेपी के राजस्थान में 72 विधायक हैं. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीन विधायकों के समर्थन से बीजेपी गठबंधन के पास कुल 75 विधायक हैं.

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