पहली बार राज्य सभा में सीट पक्की करने वाली आम आदमी पार्टी में तीन नामों को लेकर असमंजस की स्थिति बरकरार है. हालांकि पार्टी सूत्रों के मुताबिक एक सीट के लिए संजय सिंह का नाम लगभग तय माना जा रहा है. संजय सिंह को पार्टी आलाकमान ने दस्तावेज जुटाकर नामांकन करने के लिए तैयार रहने को कहा है.
राज्यसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद से ही दिल्ली की सत्ताधारी AAP में घमासान जारी है. आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इस मामले पर खुलकर कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं. अभी भी दो अन्य नामों के लिए मंथन हो रहा है. पार्टी की पॉलिटिकल अफेयर कमेटी इस बाबत जल्द कोई फैसला ले सकती है.
कुमार के लिए जोर आजमाइश
पार्टी के वरिष्ठ नेता और कवि कुमार विश्वास को राज्य सभा भेजने के लिए उनके समर्थक लगातार गोलबंदी कर रहे हैं, तो वहीं अभी पार्टी की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. विश्वास ने भी ट्विटर के जरिए अपने समर्थकों को कहा है कि उनके लिए राज्यसभा सीट मायने नहीं रखती है, पहले देश फिर पार्टी.
रघुराम राजन से किया गया था संपर्क
कुछ समय पहले आर्थिक विशेषज्ञ और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन से संपर्क जरूर किया गया, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया. अब पीएसी की बैठक में ही तय होगा कि राज्यसभा में पार्टी से ही कोई जाएगा या किसी गैर राजनीतिक शख्सियत को मौका दिया जाए.
आपको बता दें कि दिल्ली के अलावा सिक्किम और उत्तर प्रदेश की 1-1 सीटों पर भी चुनाव होना है. नामांकन भरने की आखिरी तारीख 5 जनवरी है. इसके अगले दिन नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी, जबकि नाम वापस लेने की अंतिम तारीख आठ जनवरी है. 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में ‘आप’ के 66 सदस्य हैं. अगर, इनमें भी बागी विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर दी, तो भी आम आदमी पार्टी की ओर से भेजे गए राज्यसभा प्रत्याशी ही विजयी होंगे.
ये हैं अहम दावेदार
पार्टी नेतृत्व पर खुलेआम निशाना साधने वाले कुमार विश्वास पहले ही राज्यसभा के लिए खुद की दावेदारी जता चुके हैं, लेकिन केजरीवाल टीम से उनकी खींचतान और शीत युद्ध भी जगजाहिर है. ऐसे में कुमार विश्वास के राज्यसभा जाने पर फिलहाल तलवार लटकी हुई है. दिलचस्प बात यह है कि पार्टी में संजय सिंह और आशुतोष का नाम भी चर्चा में आ सकता है.