शिवसेना ने कहा, ‘’कोई एक टेढ़े मुंहवाला उठता है और शिवसेना के ‘एनडीए’ से बाहर निकालने की घोषणा करता है. ठीक ही हुआ, इस कृत्य से तुम्हारे विचारों की खुजली आज बाहर आ गई. पिछले कुछ दिनों से झूठ-मूठ की खुजली शुरू थी.”
मुंबई: महाराष्ट्र में मचे राजनीतिक घमासान के बीच शिवसेना बीजेपी पर लगातार निशाने साध रही है. आज शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में बीजेपी नेताओं पर हमला बोला है. शिवसेना ने बीजेपी नेताओं से पूछा है कि हमें एनडीए से निकालने वाले तुम कौन हो? पार्टी ने यह भी कहा कि बीजेपी नेताओं की बयानबाजी से साफ हो गया है कि इनके विचारों की खुजली बाहर आ गई है.
शिवसेना ने प्रहलाद जोशी को बताया टेढ़े मुंहवाला
शिवसेना ने कहा है, ‘’राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में से शिवसेना के नहीं होने की घोषणा की गई. दिल्ली के बीजेपी नेताओं ने किस आधार पर और किसकी अनुमति से यह घोषणा की? दिल्ली के मोदी मंत्रिमंडल में से किसी एक प्रह्लाद जोशी ने यह घोषणा की है कि कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस से शिवसेना के संबंध जुड़ने के कारण उन्हें ‘एनडीए’ से बाहर निकाल दिया गया है और उनके सांसदों को संसद में विरोधी पक्ष में बैठाया गया है.’’ शिवसेना ने कहा, ‘’जिस टेढ़े मुंहवाले ने ये घोषणा की है उसे शिवसेना का मर्म और ‘एनडीए’ का कर्म-धर्म नहीं पता.’’
शिवसेना ने आगे कहा, ‘’एनडीए से शिवसेना को बाहर निकालने की बात करनेवालों को एक बार इतिहास समझ लेना चाहिए. बालासाहेब ठाकरे, अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, जॉर्ज फर्नांडीज और पंजाब के बादल जैसे दिग्गजों ने जब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की नींव रखी उस समय आज के ‘दिल्लीश्वर’ गुदड़ी में भी नहीं रहे होंगे. कइयों का तो जन्म भी नहीं हुआ होगा. आज ‘एनडीए’ का प्रमुख या निमंत्रक कौन है इसका उत्तर मिलेगा क्या? शिवसेना को बाहर निकालने का निर्णय किस बैठक में और किस आधार पर लिया गया?’’
शिवसेना ने आगे कहा, ‘’कोई एक टेढ़े मुंहवाला उठता है और शिवसेना के ‘एनडीए’ से बाहर निकालने की घोषणा करता है. ठीक ही हुआ, इस कृत्य से तुम्हारे विचारों की खुजली आज बाहर आ गई. पिछले कुछ दिनों से झूठ-मूठ की खुजली शुरू थी. उसके पीछे की असली बीमारी अब बाहर आई. इन खुजलीबाजों को शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे के सातवें स्मृतिदिन का मुहूर्त मिला.’’
ये अहंकारी और मनमानी राजनीति के अंत की शुरुआत है- शिवसेना
शिवसेना ने कहा, ‘’ये अहंकारी और मनमानी राजनीति के अंत की शुरुआत है. इस शब्द का प्रयोग आज हम जान-बूझकर कर रहे हैं. छत्रपति शिवराय के महाराष्ट्र से लिया गया पंगा तुम्हारा तंबू उखाड़े बिना नहीं रहेगा. इस निमित्त से पंगा लेनेवालों को हम ये वचन दे रहे हैं. महाराष्ट्र उठता नहीं और उठ गया तो चुप नहीं बैठता. पैसा और सत्ता का दर्प शिवराय की माटी में नहीं चलता इसका अनुभव विधानसभा चुनाव में मिल ही गया है.’’ इतना ही नहीं शिवसेना ने कहा, ‘’हर बार पृथ्वीराज चौहान ने मोहम्मद गोरी को जीवनदान देकर छोड़ दिया. भविष्य में यही गलती उन्हें भारी पड़ी. आखिरी लड़ाई में बड़ी तैयारी करके आए मोहम्मद गोरी ने पृथ्वीराज चौहान को हरा दिया. बार-बार जीवनदान को भूलकर गोरी ने कृतघ्नता की. पृथ्वीराज चौहान को गिरफ्तार कर उन्हें प्रताड़नाएं दीं.’’
मुफ्ती के साथ सत्ता के लिए निकाह करने वाली बीजेपी ने ‘एनडीए’ की अनुमति ली थी क्या?- शिवसेना
शिवसेना ने कहा, ‘’कश्मीर में राष्ट्रद्रोही और पाकिस्तानियों के गीत गानेवाली महबूबा मुफ्ती के साथ सत्ता के लिए निकाह करने वाली बीजेपी ने ‘एनडीए’ की अनुमति ली थी क्या? सारे लोगों के विरोध में जाने के दौरान ‘मोदी’ का बचाव करने वाले शिवसेनाप्रमुख के संगठन को ‘एनडीए’ से बाहर निकालने का मुहूर्त मिला वो भी शिवसेनाप्रमुख की पुण्यतिथि का.’’ पार्टी ने कहा, ‘’खुद को हरिश्चंद्र का अवतार मानने वालों ने हरिश्चंद्र जैसा बर्ताव नहीं किया. मंबाजी के राजनीति की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. महाराष्ट्र के कोने-कोने में सिर्फ एक ही गर्जना होगी, ‘शिवसेना जिंदाबाद!’ हिम्मत है तो आओ सामने। हम तैयार हैं!!’’