नई दिल्ली: भारतीय पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने अपने क्रिकेट करियर को लेकर एक बड़ा राज का खुलासा किया है। एक बेवसाइड में इंटरव्यू के दौरान सौरव गांगुली ने बताया कि वह एक वक्त टीम इंडिया का कोच बनने के लिए बेताब थे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
गांगुली ने कहा कि हमको वह सब करना चाहिए जो हम कर सकते है और नतीजे के बारे में कभी नहीं सोचना चाहिए , क्यों कि जिंदगी आपको कहां तक ले जाएंगी इसका अंदाजा भी आप नहीं लगा सकते। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि एक बार वह 1999 में अॉस्ट्रेलिया गए थे , तभी सचिन कप्तान थे, तभी उन्होंने सोचा भी नहीं था कि वह तीन महीनों में भारतीय टीम का कप्तान बन जाएंगे। एक इंटरव्यू से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि जब मैं प्रशासनिक गतिविधियों से जुड़ा तो मैं भारतीय टीम का कोच बनने के लिए बेताब था।
गांगुली ने कहा कि जगमोहन डालमिया ने मुझे फोन किया और कहा कि तुम 6 महीने के लिए क्यों नहीं कोशिश करते। उनका निधन हो गया और कोई भी आस-पास नहीं था इसलिए मैं बंगाल क्रिकेट संघ का अध्यक्ष बन गया। लोगों को अध्यक्ष बनने में 20 साल लगते हैं।