नई दिल्ली: श्रीलंका के गेंदबाजी कोच रूमेश रत्नायके ने भारत के खिलाफ तीसरे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट में चार गेंदबाजों के साथ उतरने के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि बल्लेबाजी क्रम की विफलता के कारण उन्हें अतिरिक्त बल्लेबाज के साथ उतरने के लिए बाध्य होना पड़ा. भारत ने पहले दिन का खेल खत्म होने तक फिरोजशाह कोटला मैदान पर बल्लेबाजी के अनुकूल हालात का फायदा उठाते हुए पहले दिन का खेल खत्म होने तक चार विकेट पर 371 रन बनाकर अपना पलड़ा भारी रखा.
रत्नायके से जब चार गेंदबाजों के साथ उतरने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने दिन का खेल खत्म होने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमें यह फैसला करना था. हमें फैसला करना था कि हमें अतिरिक्त बल्लेबाज के साथ उतरना है या अतिरिक्त गेंदबाज के साथ. हमने बल्लेबाजी में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था इसलिए अगर हमें पहले दिन बल्लेबाजी करनी पड़ती है तो हमें सात बल्लेबाज की जरूरत पडती. हमें इस संदर्भ में फैसला करना था और हमने किया. तेज गेंदबाजों को हालांकि इसके कारण काफी गेंदबाजी करनी पड़ी जैसा दूसरे मैच के दौरान भी हुआ था.’’
उन्होंने कहा, ‘‘शीर्ष पांच बल्लेबाजों के अच्छा प्रदर्शन नहीं करने के कारण हमें अतिरिक्त बल्लेबाज खिलाना पड़ा. अनुकूल स्थिति में हम 6-5 के संयोजन के साथ उतरना पसंद करते.’’
पीठ की चोट के कारण रंगना हेराथ के बाहर होने पर रत्नायके ने कहा कि उन्हें बायें हाथ के इस स्पिनर की कमी खली. रत्नायके ने कहा, ‘‘मौजूदा टीम में वह हमारे लिए सबसे अधिक विकेट लेने वाला गेंदबाज है और हमें निश्चित रूप से उसकी कमी खली. उसके बाहर होने के कारण (लक्षण) संदाकन को मौका मिला जो लगातार दावा पेश कर रहा है. उसने अंतिम सत्र में जो दो विकेट लिए अगर वह ऐसा दो सत्र पहले करता तो बेहतर होता.’’