नई दिल्ली: केरल के जेल डीजीपी ऋषिराज सिंह ने वेटरन एक्ट्रेस श्रीदेवी के निधन को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है। यह खुलासा डीजीपी ने एक्ट्रेस की मौत के डेढ़ साल बाद किया। डीजीपी ऋषिराज सिंह ने दावा किया है कि श्रीदेवी की मौत कोई हादसा नहीं बल्कि मर्डर था। यह दावा उन्होंने फॉरेसिक एक्सपर्ट और उनके करीबी दोस्त डॉ. उमादथन के हवाले से किया है।
डीजीपी सिंह ने दोस्त के निधन पर लिखा नोट
डीजीपी ऋषिराज सिंह ने अपने दोस्त और फॉरेसिक एक्सपर्ट डॉ. उमादथन के निधन पर एक नोट लिखा है, जिसमें उन्होंने इस बात का खुलासा किया कि डॉ. उमादथन से उनकी अक्सर मर्डर मिस्ट्री को लेकर चर्चाएं होती थीं। एक दिन उन दोनों के बीच श्रीदेवी के निधन को लेकर बात हुई, जिसपर डॉ. उमादथन ने बताया कि उन्हें लगता है कि वेटरन एक्ट्रेस की हत्या हुई है।
डीजीपी ऋषिराज सिंह ने अपने नोट में लिखा कि, ‘मैंने जिज्ञासापूर्वक उमादथन से श्रीदेवी के केस के बारे बात की। उनके जवाब ने मुझे झिंझोड़ कर रख दिया था। उन्होंने बताया था कि वो पूरे मामले को करीब से देख रहे थे। रिसर्च के दौरान उन्हें इस बात की पूरी संभावना नजर आई कि श्रीदेवी की मौत हादसा नहीं बल्कि मर्डर है। इस दौरान उन्हें ऐसे कई सबूत मिले जिससे ये संभावना बनती है कि उनकी हत्या की गई थी।’
उन्होंने अपने नोट में आगे लिखा कि, ‘मेरे दोस्त ने बताया कि कोई भी नशे में धुत इंसान किसी भी स्थिति में एक फुट गहरे बाथटब में नहीं डूब सकता। मेरे दोस्त ने दावा किया था कि किसी ने एक्ट्रेस के दोनों पैरों को पकड़ा होगा और सिर को पानी में डुबोया होगा।’
कौन थे डॉ. उमादथन?
थिरुवनंतपुरम, अल्पापुझा, कोट्टयम, त्रिशूर के मेडिकल कॉलेजों में फॉरेसिक एक्सपर्ट डॉ. उमादथन ने बतौर फॉरेंसिक मेडिसिन प्रोफेसर काम किया।
वह बतौर लीबिया सरकार के मेडिको-लीगल कंसलटेंट भी काम कर चुके हैं। फ़िलहाल अब वो हमारे बीच नहीं हैं।
फॉरेसिक एक्सपर्ट डॉ. उमादथन ने केरल में कई मर्डर केस सुलझाने में केरल पुलिस की मदद की थी।