यूपी एसटीएफ की साइबर क्राइम सेल ने वाहनों का फर्जी इंश्योरेंस पॉलिसी देने वाले गैंग का खुलासा करते हुए 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. एसटीएफ ने दिल्ली-एनसीआर से चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिसमें गिरोह का मास्टरमाइंड भी शामिल है. उनके पास से विभिन्न कंपनियों का डाटा, मोबाइल और कई बैंकों और कंपनियों की मोहर भी बरामद की गई है.
एसटीएफ के अनुसार, यह गिरोह अब तक फर्जी इंश्योरेंस देकर लोगों को करोड़ों का चूना लगा चुकी है. यह शातिर गिरोह थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के नाम पर फर्जी कवर नोट देता था. विभिन्न बैंकों के मोहर के अलावा उनके पास से कई बड़ी कंपनियों का डाटा भी बरामद हुआ है. इसके अलावा उनके पास से कई मोबाइल और सिम कार्ड भी बरामद हुए हैं.
एसटीएफ के आला अधिकारियों ने बताया कि उन्हें एचडीएफसी इंश्योरेंस कंपनी के साथ-साथ कई इंश्योरेंस कंपनियों से शिकायत मिली थी. कंपनियों की शिकायत थी उनके नाम पर फर्जी तरीके से थर्ड पार्टी इंश्योरेंस दिया जा रहा है. शिकायत के आधार पर एसटीएफ की साइबर क्राइम टीम ने जाल बिछाना शुरू किया और अंततः दिल्ली एनसीआर से इस गिरोह को धर दबोचा.
गिरफ्तार गिरोह के चारों सदस्यों से पूछताछ की गई तो पता चला कि अब तक इस गिरोह ने फर्जी इंश्योरेंस पॉलिसी बेचकर करीब 2.5 करोड़ रुपये का चूना लगाया है. एसटीएफ ने गिरफ्तार गिरोह के सदस्यों के पास से कई बैंकों और इंश्योरेंस कंपनियों के मोहर, भारत के सभी ऑटोमोबाइल कंपनियों के डेटा बरामद किया है. आरोपियों के पास पूरी जानकारी होती थी कि किस कस्टमर ने किस कंपनी की कौन सी गाड़ी खरीदी है. वे ऐसे कस्टमर्स को फोन कर उनसे इंश्योरेंस का ऑफर देते और फर्जी इंश्योरेंस पॉलिसी देकर उन्हें ठग लेते.