नई दिल्ली : कार्तिक अमावस्या की तिथि पर पड़ने वाला आखिरी सूर्यग्रहण आज है.जैसे की हिंदू मान्यताओं के अनुसार दिवाली के बाद गोवर्धन पूजा की जाती है. लेकिन इस बार ग्रहण लगने के कारण गोवर्धन पूजा अगले दिन मनाया जाएगा. ऐसे में ग्रहण लगने के साथ इसका असर राशियों पर भी देखने को मिल सकता है.वहीं बता दें सूर्य ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए, और ऐसी क्या-क्या चीज़ें हैं जिनका खास तौर पर विशेष रुप से ध्यान रखने की आवश्यकता है.तो आइए हम आपको अपने इस लेख में सूर्य ग्रहण से जूड़ी सारी अपडेट को विस्तार से बताएंगें.
कब है सूर्य ग्रहण, सूर्य ग्रहण का समय-
सूर्य ग्रहण तारीख 25 अक्टूबर दिन मंगलवार यानी की आज है.वहीं सूर्य ग्रहण का समय शाम 4 बजकर 22 मिनट से लेकर 5 बजकर 42 तक रहेगा.बता दें इसकी अवधि 1घंटे 19 मिनट की है.
सूर्य ग्रहण कहां कहां दृश्य होगा-
सूर्य ग्रहण दिल्ली, राजस्थान,पंजाब,उत्तरप्रदेश,श्रीनगर में देखने को मिलेगा,वहीं मुंबई, तेलांगना, बिहार, ओडिशा, झारखंड और बंगाल में दिखाई नहीं देगा.
ग्रहण के दौरान क्या नहीं करना चाहिए-
जब ग्रहण लगने वाला होता है, ठीक उससे पहले सूतक काल लग जाता है.बता दें सूर्यग्रहण लगने पर 12 घंटे पहले सूतक काल शुरु हो जाता है और सूतक काल को अशुभ माना जाता है, इस काल में कोई शुभ कार्य करना वर्जित होता है. सूतक काल में पूजा-अर्चना करना भी वर्जित है. ग्रहण के दौरान खाना नहीं पकाना चाहिए और ना ही खाना चाहिए, क्योंकि ग्रहण में नकारात्मक ऊर्जा हर जगह फैली रहती है, जो हमारे आत्म और शरीर के लिए ठीक नहीं है. ग्रहण समाप्त हो जाने के बाद पूरे घर को गंगाजल का छिड़काव करके शुद्ध करना चाहिए. वहीं ग्रहण लगने के दौरान पेड़-पौधे भी नहीं छूना चाहिए.वहीं ग्रभवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण नहीं देखना चाहिए,ऐसा करने से नवजात शिशु पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और ग्रहण के दौरान सोना भी वर्जित है.
ग्रहण के दौरान क्या करें-
ग्रहण के दौरान मंत्र का जाप करना चाहिए और ग्रहण समाप्त होने के बाद गंगाजल से पूरे घर का छिड़काव करना चाहिए.
ग्रहण दौरान लोगों में असर-
सूर्य ग्रहण लगने के दौरान थकान और सुस्ती महसूस करना, आंखों पर इसका गलत प्रभाव, पाचनतंत्र पर बुरा प्रभाव पड़ता है और इसी के साथ मानसिक प्रभाव भी पड़ता है.
ग्रहण के दौरान क्या उपाय करें-
ग्रहण के दौरान सूर्य देवता की आराधना करनी चाहिए और ‘ॐ आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्नो: सूर्य: प्रचोदयात’ मंत्र कगा जाप करना चाहिए, और इसी के साथ महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए, ग्रहण पर दान करना बेहद शुभ माता जाता है.
पराक्रम और शौर्य से सिंचित कारगिल की पावन भूमि को नमन करने का भाव मुझे बार-बार अपने वीर बेटे-बेटियों के बीच खींच ले जाता है। एक ओर मातृभूमि की ममतामयी मिट्टी, तो दूसरी ओर उसे चंदन बनाकर माथे पर लगाने वाले देश के वीर जांबाज! pic.twitter.com/FmgDw6KmiX
— Narendra Modi (@narendramodi) October 24, 2022
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