टाटा मोटर्स के डीलरों ने पिछले तीन महीने से छोटी कार का ऑर्डर देना किया बंद

टाटा मोटर्स की सबसे सस्ती कार नैनो अब उन मॉडलों में शामिल हो गई है जिसका मासिक उत्पादन और बिक्री काफी कम हो रही है। कंपनी के साणंद संयंत्र में रोजाना औसत उत्पादन सिर्फ दो नैनो का है, जो यह बताने के लिए पर्याप्त है कि यह कार विलुप्त होने वाली है। देश के ज्यादातर हिस्सों के टाटा मोटर्स के डीलरों ने पिछले तीन महीने से छोटी कार का ऑर्डर देना बंद कर दिया है और शोरूम मौजूदा मॉडलों मसलन टियागो, टिगोर, हेक्सा व नेस्कॉन का डिस्प्ले कर रहे हैं।

इस साल अगस्त में पिछले साल के 711 नैनो के मुकाबले 630 सेल्स आउटलेट को 180 नैनो भेजी गई। सितंबर में यह संख्या घटकर 124 रह गई और अक्टूबर में महज 57 रही जबकि सितंबर व अक्टूबर त्योहारी सीजन होता है और मांग ज्यादा होती है। पिछले हफ्ते खबर आई कि इलेक्ट्रिक नैनो का उत्पादन हो रहा है और कोयंबटूर की जयम ऑटोमोटोव्सि के साथ संयुक्त उद्यम के जरिए इसे जल्द पेश किया जाएगा। बताया गया है कि नई कार का नाम नियो होगा और यह भी नैनो के बंद होने का संकेत दे रहा है।
बिजनेस स्टैंडर्ड ने पांच डीलरों से बात की और उन्होंने कहा कि उनके पास कुछ ही नैनो बची हुई हैं, लेकिन हमने कंपनी को इसके लिए कोई ऑर्डर नहीं भेजा है। पंजाब के एक डीलर ने कहा, हिमाचल प्रदेश के एक डीलर के पास कुछ खरीदार थे और हमने कुछ कार उन्हें भेजी जो जीएसटी के चलते संभव हो पाया। हमने 10,000 से 50,000 रुपये की छूट पर कुछ नैनो बेची। हमारे पास अब चार-पांच नैनो ही बची हुई हैं। नैनो की बिक्री 2.25 लाख रुपये से लेकर 3.20 लाख रुपये के दायरे में होती है।
उत्तर प्रदेश के एक डीलर ने कहा, कंपनी अब इस कार को प्रमोट नहीं कर रही है और कई महीनों से कोई गतिविधि नहीं देखने को मिली है। उन्होंने कहा, हम पुराने स्टॉक निकाल रहे हैं। ग्राहक शायद ही अब इसके बारे में पूछताछ कर रहे हैं। जब रतन टाटा चेयरमैन के पद पर थे तब साल 2009 में पेश किए जाने के बाद से कई सुधार किए गए, लेकिन यह उम्मीद पर खरी नहीं उतर पाई। यह रतन टाटा का ड्रीम प्रोजेक्ट था, जो एक लाख रुपये में उपलब्ध कराने की बात की गई थी। हालांकि सस्ती कार के टैग आदि के चलते कई खरीदार इससे दूर रहे और इसे खरीदारों को उतना दुलार नहीं मिल पाया, जिसका अनुमान लगाया गया था।
एक सूत्र ने कहा, नैनो की मांग मोटे तौर पर टैक्सी क्षेत्र से है। हमने उत्पादन नहीं रोका है। हालांकि अब टियागो व टिगोर आदि मॉडलों पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। हम हर रोज नैनो नहीं बनाते। हमें दिए उत्पादन लक्ष्य के हिसाब से संयंत्र में नैनो का उत्पादन होता है। वित्त वर्ष 2018 के पहले सात महीने में 1,299 नैनो का उत्पादन हुआ, जो पिछले साल के 5,380 वाहन के मुकाबले एक चौथाई से भी कम है। अप्रैल से अक्टूबर तक सिर्फ 11 नैनो का निर्यात हुआ।
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