लॉकडाउन के चौथे फेज में सरकार ने भले ही खिलाड़ियों को कुछ शर्तों के साथ ट्रेनिंग की छूट दी है। लेकिन भारतीय ओलिंपिक संघ(आईओए) के महासचिव राजीव मेहता ने खिलाड़ियों को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में खिलाड़ियों को जल्दबाजी में ट्रेनिंग नहीं शुरू करनी चाहिए।
मेहता ने कहा कि इस हालात में एक गलत कदम भी उनकी ओलिंपिक की तैयारियों पर भारी पड़ सकता है। उन्होंने गुरुवार को स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा खिलाड़ियों की ट्रेनिंग के लिए जारी किए गए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर यानी एसओपी पर विरोध जताया। उन्होंने कहा,‘‘ भगवान न करें, अगर कोई एथलीट कोरोना पॉजिटिव होता है तो उसके लिए कौन जिम्मेदार होगा?।
इसका खामियाजा खिलाड़ी को भुगतना पड़ेगा और उसकी ओलिंपिक तैयारियों पर बुरा असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि एथलीट्स को दोबारा ट्रेनिंग शुरू करने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए।
‘देश में कोरोना केस बढ़ रहे, इसलिए आउटडोर ट्रेनिंग से बचें खिलाड़ी’
आईओए महासचिव ने आगे कहा- यह मेरे निजी विचार हैं कि एथलीट्स को अभी आउटडोर ट्रेनिंग नहीं शुरू करनी चाहिए। देश में तेजी से कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। जून में इसमें और इजाफा होने की आशंका है। एथलीट्स हमारे बच्चों की तरह है। इसलिए उन्हें मेरी यह सलाह है। मैं किसी के खिलाफ नहीं हूं। लेकिन ट्रेनिंग शुरू करने का फैसला खिलाड़ियों पर ही है।
खेल मंत्रालय ने एसओपी जारी की
एक दिन पहले ही स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने खेलों की सुरक्षित वापसी को लेकर जो 45 पन्नों का एसओपी तैयार किया है। इसमें खेलों को चार हिस्सों में बांटा गया है। कॉन्टैक्ट स्पोर्ट्स, मीडियम कॉन्टैक्ट स्पोर्ट्स, फुल कॉन्टैक्ट स्पोर्ट्स और वाटर स्पोर्ट्स। सबके लिए अलग से गाइडलाइन जारी की गई है।
कुश्ती-बॉक्सिंग के खिलाड़ी एक-दूसरे के साथ ट्रेनिंग नहीं कर सकेंगे
कुश्ती, बॉक्सिंग जैसे कॉन्टैक्ट स्पोर्ट्स (दो खिलाड़ियों के बीच आपसी सम्पर्क) के खिलाड़ी एक-दूसरे के साथ ट्रेनिंग नहीं कर सकेंगे। एथलेटिक्स के खिलाड़ियों को सभी इवेंट की प्रैक्टिस की छूट दी गई है। लेकिन हाईजंप, पोल वॉल्ट, शॉटपुट, जैवलिन, डिस्कस थ्रो से जुड़े खिलाड़ियों को इक्विपेंट अपना इस्तेमाल करना होगा।
स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर की अहम बातें
- खिलाड़ी छोटे ग्रुप्स में ट्रेनिंग शुरू कर सकेंगे।
- कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव आने तक खिलाड़ी क्वारैंटाइन में रहेंगे।
- ट्रेनिंग शुरू करने का फाइनल क्लीयरेंस साई सेंटर्स पर तैनात डॉक्टर ही देंगे।
- ग्ल्वस और मास्क पहनने के बाद ही फिटनेस इक्विपमेंट के इस्तेमाल की इजाजत होगी।
- एक बार में पांच खिलाड़ी ही फिटनेस रूम का इस्तेमाल कर सकेंगे।
- सभी खिलाड़ी, कोच और सपोर्ट स्टाफ सोशल डिस्टेंसिंग से जुड़े नियमों का कड़ाई से पालन करें।
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