दोस्तों सर्दी का मौसम वैसे तो बहुत प्यारा होता है, क्योंकि यह मौसम गर्मियोंं की चिल्लाती धूप, पसीनेे की बदबू और उमंस से हमें राहत देता है। इसी वजह से हम लोग सर्दियों के आने का इंतजार बड़ी बेसब्री से करतेे हैं। परंतु सर्दी का मौसम अपनेेेेेे साथ कई प्रकार की समस्याएं भी लेकर आता है। इस मौसम में ठंड के बढ़ते ही सर्दी जुकाम,बुखार,निमोनिया, गठिया,और कोल्ड डायरिया जैसी बीमारियां अपना प्रभाव दिखाने लगती है। सर्दी का मौसम खासकर गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चों, और बुजुर्गों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण होता है। अतः इस आर्टिकल में हमने 10 ऐसेेेेे प्राकृतिक और असरदार उपाय बताए हैं। जिनको अपनाकर सर्दी के मौसम में भी आप लोग स्वस्थ और निरोग रह सकते हैं ।
(1) शरीर को स्वच्छ रखें
सर्दियों में अधिकतर लोग ठंडे पानी के डर से स्नान करना पसंद नहीं करते। जो कि बिल्कुल गलत बात है,क्योंकि शरीर साफ ना रहने की वजह से हमारे शरीर के रोम छिद्र बंद हो जाते हैं। जिनसे हमारे शरीर की गंदगी बाहर निकलती है ऐसे में अंदरूनी बीमारियों का खतरा और बढ़ जाता है। रोम छिद्रों के बंद होने की वजह से हमारे बदन की प्राकृतिक गर्मी बाहर निकल ही नहीं पाती, जो बाहर के ठंड से प्रतिरोध करके हमारे शरीर को गर्म रखती है। ऐसे में हमारे शरीर पर ठंड का प्रकोप और बढ़ जाता है। इसलिए सर्दी के मौसम में भी प्रतिदिन ना सही पर कम से कम 1 दिन के अंतराल पर स्नान जरूर करना चाहिए। सर्दियों के मौसम में गुनगुने पानी से स्नान करना काफी फायदेमंद होता है। कुछ लोग आलस और ठंड की वजह से शौच के बाद भी साबुन से हाथ नहीं धोते, जो कि उनके स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होता है।
(2) गर्म और साफ-सुथरे कपड़े पहनें
इस मौसम में ठंड से बचने के लिए स्वेटर, जैकेट, टोपी, मफलर, ट्राउजर, चादर, दस्ताने, और जूते मोजे जरुर पहनना चाहिए, ताकि शरीर को पर्याप्त गर्मी मिल सके। आजकल अक्सर देखा जाता है कि युवा वर्ग के लोग फैशनेबल और स्मार्ट दिखने के चक्कर में गर्म कपड़ों का प्रयोग नहीं करते जो उनके लिए जानलेवा साबित हो सकता है। ठंड के मौसम में लोग बार-बार कपड़े धोना पसंद नहीं करते, इसलिए लोग गंदे कपड़े पहने रहते हैं। परंतु आपको बता दें की गंदे कपड़े पाने से ठंड और ज्यादा लगती है। अतः हमेशा साफ-सुथरे और स्वच्छ कपड़े ही पहने, वरना आपको दाद खाज,खुजली,और दिनाय जैसी त्वचा संबंधी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है।
(3) प्रतिदिन व्यायाम जरूर करें
जाड़े के दिनों में ज्यादातर लोग रजाई में ही दुबके रहते हैं और सुबह काफी देर से बिस्तर छोड़ते हैं। जिसके फलस्वरूप हमारी पाचन क्रिया मंद पड़ जाती है और शरीर में ब्लड सरकुलेशन भी धीमा पड़ जाता है। जिसके परिणाम स्वरूप हमारा शरीर भोजन को ठीक से नहीं पचा पाता और ब्लड सरकुलेशन धीमा पड़ने से शरीर में ठंड का एहसास भी ज्यादा होता है, इसलिए आलस को छोड़कर सुबह बिस्तर से जल्दी निकले और प्रतिदिन 1 घंटे व्यायाम या योगासन जरूर करें। आप चाहे तो दौड़ भी लगा सकते हैं।
(4) गर्म प्रकृति वाले आहार लें
सर्दी के मौसम में हमारे शरीर को अतिरिक्त गर्मी की आवश्यकता होती है। इसलिए अपने भोजन में गर्म प्रकृति वाले खाद्य पदार्थों को शामिल करें। लहसुन, प्याज, अदरक, गुड़, तिल, हल्दी, काली मिर्च और मेथी धनिया, जैसे खाद्य पदार्थ हमारे शरीर को अतिरिक्त गर्मी प्रदान करते हैं और एंटीबायोटिक गुणों से भरपूर होने के कारण हमारे शरीर को बीमारियों से सुरक्षित भी रखते हैं। अतः इन्हें अपने भोजन में जरूर शामिल करें। आप चाहे तो धनिया और अदरक की चटनी का लुत्फ उठा सकते हैं।
(5) प्रोटीन से भरपूर भोजन करें
इस मौसम में स्वस्थ और ताकतवर बने रहने के लिए प्रोटीन से भरपूर आहार लें। दूध, दही, सोयाबीन, अंकुरित चना, विभिन्न प्रकार के दालों और पनीर में प्रोटीन प्रचुर मात्रा में होता है। मांस और मछली में भी भरपूर मात्रा में प्रोटीन होता है। मांसाहारी लोगों को इनका सेवन जरूर करना चाहिए। गर्म दूध में थोड़ा हल्दी डालकर पीने से सर्दी जुकाम और कफ जैसी समस्याओं में आराम मिलता है। हां दही को रात्रि के समय ना लें।
(6) हरी सब्जियों को बनाये अपना दोस्त
प्रकृति ने सर्दी के मौसम को कई प्रकार की सब्जियां प्रदान की है, इसलिए इनका प्रयोग करने में कंजूसी ना करें। पत्ता गोभी, फूल गोभी, टमाटर, गाजर, ब्रोकली, पालक सरसों और बथुआ के साग सर्दियों के मौसम को लुभावना बनाते हैं, और हमारे शरीर को पर्याप्त पोषण और सुरक्षा भी देते हैं। अतः इन्हें अपने किचन का हिस्सा जरूर बनाएं।
(7) सुखे फलों को डाइट में शामिल करें
खजूर, काजू किशमिश, छुहारा, बदाम, अखरोट, जैसे सूखे फलों में आयरन, जिंक, मैग्नीशियम, पोटेशियम, और विटामिन्स भरपूर मात्रा में होते हैं। सर्दियों के दिनों में इनका प्रयोग हमें कई प्रकार की बीमारियों से बचाता है। यह हमारे शरीर को गर्म रखने में भी सहायक होते हैं। इसके साथ-साथ मौसमी फलों जैसे अमरूद, पपीता, बेर, नारंगी, नींबू जैसे खट्टे फलों का सेवन भी जरूर करें।
(8) पानी पीने में कंजूसी ना करें
सर्दियों के मौसम में ज्यादा प्यास नहीं लगती इसलिए अधिकतर लोग यही सोचते हैं कि सर्दियों में पानी पीना कोई जरूरी नहीं है। लेकिन ये बहुत बड़ी गलतफहमी है, क्योंकि भोजन को पचाने के लिए और शरीर के अंदरूनी क्रियाकलापों के सुचारू रूप से संचालन के लिए पानी की महत्वपूर्ण भूमिका है इसलिए जल को जीवन कहा जाता है। अतः प्रतिदिन 7 से 8 गिलास पानी जरूर पिएं। सर्दियों में गर्म पानी पीना ज्यादा फायदेमंद होता है।
(9) धूप में समय बिताएं
सर्दियों में धूप सेकने का मजा ही कुछ और होता है। जाड़े की धूप इस मौसम को और खुशनुमा बना देती है। लेकिन बहुत कम लोग ही जानते हैं कि धूप हमारे शरीर के लिए जरूरी होता है क्योंकि सूरज की किरणों से हमारे शरीर को विटामिन डी प्राप्त होता है। जो कि हमारे शरीर के विकास और हड्डियों की मजबूती के लिए बहुत जरूरी होता है। सर्दियों में सुर्य देवता के दर्शन बहुत कम ही होते हैं इसलिए जब भी उनके दर्शन हो कम से कम 20 मिनट धूप में जरूर बैठना चाहिए। ठंड ज्यादा लगने पर आग जला कर तापना चाहिए।
(10) शरीर की मालिश करें
जाड़े के मौसम में हमारे शरीर की मांसपेशियां शिथिल पड़ जाती है और रक्त संचरण भी धीमा पड़ जाता है। सरसों, नारियल,आलमंड,या जैतून के तेल से मालिश करना हमारे थिथिल पड़ चुकी मांसपेशियों में जान डाल देता है। मालिश करने से हमारे मांसपेशियों की थकान और जकड़न दूर हो जाती है, और रक्त संचरण भी तेज हो जाती है। इसलिए सर्दियों में अपने शरीर के सभी अंगों की मालिश जरूर करना चाहिए। मालिश करने से पहले अगर तेल को 20 मिनट धूप में रख दें तो उसकी गुणवत्ता बढ़ जाती है।
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