नए यातायात कानून में भारी जुर्माने से नाराज बस-ट्रक और टैक्सी संचालक आज यानी गुरुवार को चक्का जाम करेंगे। पूरे दिल्ली-एनसीआर में व्यावसायिक वाहन नहीं चलेंगे। इसलिए अगर आप आने-जाने के लिए ऑटो-टैक्सी का इस्तेमाल करते हैं तो आपका सफर मुश्किलों से भरा हो सकता है। यूनाइटेड फ्रंट ऑफ ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने यह हड़ताल बुलाई है। एसोसिएशन चेयरमैन हरीश सभरवाल ने बताया कि दिल्ली के साथ नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम में हड़ताल रहेगी। ऑटो, टैक्सी, बस, ट्रक, टैम्पो, ग्रामीण सेवा, स्कूल कैब, मिनी आरटीवी बस, काली-पीली टैक्सी के चालक हड़ताल में शामिल होंगे। ऐप आधारित टैक्सी भी इस हड़ताल का हिस्सा बनेंगी। भारतीय मजदूर संघ की ऑटो-टैक्सी यूनियन के महामंत्री राजेंद्र सोनी ने बताया कि पहली बार इतनी बड़ी संख्या में 40 से अधिक संगठन एक मंच पर आकर हड़ताल कर रहे है।
दिल्ली में 90 हजार ऑटो और पौने तीन लाख टैक्सी चलती हैं। आजादपुर मंडी ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन भी इस हड़ताल का हिस्सा हैं। दिल्ली सरकार को दूसरे राज्यों की तरह यातायात नियम तोड़ने पर बढ़ी जुर्माना राशि को कम करना चाहिए। वाहन संचालकों का कहना है कि बढ़ी जुर्माना राशि का खामियाजा चालकों और व्यावसायिक वाहन मालिकों को भुगतना पड़ रहा है। ऑल दिल्ली ऑटो टैक्सी ट्रांसपोर्ट कांग्रेस यूनियन के अध्यक्ष किशन वर्मा सरकार से मांग है कि वह जुर्माना राशि कम करें। गरीब चालक इतनी अधिक जुर्माने की राशि वहन नहीं कर सकता है।
असर: दिल्ली-एनसीआर के कई स्कूलों में छुट्टी
हड़ताल में स्कूली बसों के चालक भी शामिल होंगे, इसलिए दिल्ली-एनसीआर के ज्यादातर स्कूलों ने गुरुवार को छुट्टी की घोषणा की है। दिल्ली स्कूल कैब वेलफेयर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष राकेश चोपड़ा ने बताया कि अभिभावकों को हड़ताल की जानकारी दे दी गई है। दिल्ली में पांच हजार स्कूल कैब पंजीकृत हैं लेकिन बिना पंजीकरण के भी बड़ी संख्या में कैब सड़कों पर दौड़ती है। जो इस चक्का जाम में शामिल होंगी। जनकपुरी, विकासपुरी, द्वारका, पश्चिम विहार और यमुनापार के कई इलाकों में स्कूलों ने छुट्टी भी घोषित कर दी है।