पीएम मोदी ने कहा है कि योग सबका है और सब योग के हैं. आज हम ये कह सकते हैं कि भारत में योग के प्रति जागरूकता हर कोने तक, हर वर्ग तक पहुंची है.
रांची: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करीब 40 हजार लोगों के साथ झारखंड की राजधानी रांची में योग किया. योग करने से पहले कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि योग सबका है और सब योग के हैं. पीएम मोदी ने कहा कि मुझे योग के शहरों से गांव की और ले जाना है. साथ ही योग की यात्रा गरीब-आदिवासियों के घर तक ले जानी है.
गरीब ही है जो बीमारी की वजह से सबसे ज्यादा कष्ट पाता है- मोदी
कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा, ”योग के दुनिया भर में प्रसार में मीडिया के हमारे साथी, सोशल मीडिया से जुड़े लोग जिस तरह अहम भूमिका निभा रहे हैं, वो भी बहुत महत्वपूर्ण है. मैं उनका भी आभार व्यक्त करता हूं.’’ उन्होंने कहा, ‘’अब मुझे आधुनिक योग की यात्रा शहरों से गांवों की तरफ ले जानी है, गरीब और आदिवासी के घर तक ले जानी है. मुझे योग को गरीब और आदिवासी के जीवन का भी अभिन्न हिस्सा बनाना है, क्योंकि ये गरीब ही है जो बीमारी की वजह से सबसे ज्यादा कष्ट पाता है.’’
पीएम मोदी ने कहा, ‘’आज के बदलते हुए समय में बीमारी से बचाव के साथ-साथ कल्याण पर हमारा फोकस होना जरूरी है. यही शक्ति हमें योग से मिलती है, यही भावना योग की है, पुरातन भारतीय दर्शन की है. योग सिर्फ तभी नहीं होता जब हम आधा घंटा जमीन या मैट पर होते हैं.’’
योग सबका है और सब योग के हैं- मोदी
पीएम मोदी ने कहा, ‘’योग अनुशासन है, समर्पण हैं, और इसका पालन पूरे जीवन भर करना होता है. योग आयु, रंग, जाति, संप्रदाय, मत, पंथ, अमीरी-गरीबी, प्रांत, सरहद के भेद से परे है. योग सबका है और सब योग के हैं. आज हम ये कह सकते हैं कि भारत में योग के प्रति जागरूकता हर कोने तक, हर वर्ग तक पहुंची है. ड्राईंग रूम से बोर्ड रूम तक, शहरों के मैदानों से लेकर स्पोर्ट्स कॉम्पलैक्स तक, गली-कूचों से वेलनेस सेंटर्स तक आज चारों तरफ योग को अनुभव किया जा सकता है.’’
पीएम मोदी ने कहा, ‘’आज हमारे योग को दुनिया अपना रही है तो हमें योग से जुड़ी रीसर्च पर भी जोर देना होगा. इसके लिए जरूरी है कि हम योग को किसी दायरे को बांध कर ना रखें. योग को मेडिकल, फिजियोथेरेपी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इनसे भी जोड़ना होगा.’’