कोटा प्रेस नॉट:- नॉटराजपूत बुजुर्ग महिला गायत्री देवी हिम्मत सिंह के मकान को सीज करने के विरोध में सडक़ पर उतरे लोग
– उग्र आंदोलन एवं कोटा बंद की दी चेतावनी संपूर्ण राजस्थान में भड़क सकती है यह बात
– मुख्यमंत्री के नाम कोटा जिला कलेक्टर को दिया ज्ञापन
कोटा, 21 जून। समाजसेवी हिम्मत सिंह के मकान में लगी आग के बाद जिला प्रशासन द्वारा मकान को सीज कर घर से बेघर करने की कार्रवाई के विरोध में आज राजपूत समाज एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों ने जिला कलेक्ट्री पर प्रदर्शन कर पीडि़त परिवार को न्याय देने की मांग की। इससे पूर्व प्रदर्शनकारियों ने रैली निकालकर जिला प्रशासन एवं सरकार के खिलाफ रैली निकालकर प्रदर्शन किया। जिला कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में चेतावनी दी कि बुधवार तक तक ताला नही खोला गया तो कोटा बंद कर उग्र आंदोलन किया जाएगा साथ ही सभी संगठनों ने मिलकर इस मांग का समर्थन किया।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए जय भवानी गु्रप के अध्यक्ष अर्जुन सिंह गौड़ ने कहा कि जिस तरह हिम्मत सिंह के खिलाफ तानाशाहीपूर्वक दमनात्मक कार्रवाई की गई है वो कोटा के सभी लोगों व्यापारियों, हॉस्टल संचालकों एवं बहुमंजिला मालिकों के लिए कांग्रेस सरकार का कड़ा संदेश है कि अगर जिला प्रशासन और सरकार के खिलाफ कोई भी आवाज उठाएगा तो उसके साथ इसी तरह का बर्ताव किया जाएगा।
करनी सेना के प्रदेशाध्यक्ष रविन्द्र सिंह सिंटू ने कहा कि 10 जून की रात को हुई इस घटना में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी, और हिम्मत सिंह और स्थानीय निवासियों ने मकान में रह रहे सभी बच्चों और महिलाओं को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। आग की सूचना देने पर भी बिजली कंपनी के अधिकारियों और जिला प्रशासन ने शटडाउन नहीं किया, जिससे खंभे से लगी आग ने ऑफिस को अपने आगोश में लेकर विकराल रूप ले लिया।
राजपूताना फाउंडेशन के शंभूसिंह ने कहा कि बिजली कंपनी और जिला प्रशासन द्वारा पीडि़त परिवार को घटना के समय मदद के बजाय उल्टे 12 जून को सुबह सात बजे घर में घुसकर बिना कोई नोटिस दिये बूंदक के दम पर तानाशाही करते हुए जबरदस्ती परिवार की महिलाओं और बच्चों को घर से बाहर निकालकर मकान को सीलकर बेघर कर दिया। आज पूरा परिवार पिछले 12 दिनों से घर के बाहर धरना दे रहा है। पीडि़त परिवार के खाने, दवा बच्चो की पढ़ाई किताबे अंदर होने से पढ़ाई से वंचित हो रहे है।
मुस्लिम फाउंडेशन से आबिद अंसारी ने कहा कि राजस्थान सरकार हिम्मत सिंह के परिवार पर अवैध तरीके से सत्ता का दुरुपयोग कर तानाशाही तरीके से कारवाई कर जनता को ये संदेश देना चाहती है कि बिजली कंपनी और भ्रष्टाचार के खिलाफ जो भी आवाज़ उठाएगा तो उसे राजस्थान सरकार इसी तरह षड्यंत्र में उलझा कर चुप करा दिया जाएगा जिससे दूसरों कोई भी आवाज उठाने की हिम्मत दुबारा न कर सकेगा।
राव समाज के तखत सिंह ने कहा कि आज कई राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने हिम्मत सिंह के परिवार के साथ हो रहे अत्याचार पर साथ खड़ा होकर समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि बिजली कंपनी, जिला प्रशासन और राजस्थान सरकार ने सोची समझी साजिश के तहत हिम्मत सिंह के परिवार और मकान को निशाना बनाया और भेदभाव पूर्ण अवैध तरीके से पीडि़त का मकान सीज कर दिया।
प्रदर्शन में अन्य वक्ताओं ने कहा कि कोटा में हजारों की तादाद में इतनी अवैध बिल्डिंगें बन रही हैं। आए दिन समाचार पत्र जिला प्रशासन और राज्य सरकार को अवैध बिल्डिंगों के बारे में सच्चाई से रूबरू करवा रहे हैं फिर भी सत्ता और पद का दुरुपयोग करके भ्रष्टाचार और लूट के खिलाफ बोलने वाले आमजन को डराया और धमकाया जा रहा है। उन्होंने सरकार और जिला प्रशासन से मांग की कि जल्द से जल्द पीडि़त परिवार के मकान की सील को हटाया जाए और उनके परिवार के साथ न्याय किया जाए अन्यथा कोटा राजस्थान सरकार के तानाशाही रवैये के खिलाफ जन जागरण अभियान चलाएगी और उग्र आंदोलन खड़ा करेगी। जिसकी समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन सरकार और नेताओं की होगी ।
प्रदर्शन में मुख्य रूप से जय भवानी गु्रप के अर्जुन सिंह गोड़, करनी सेना प्रदेशाध्यक्ष रविंद्र सिंह सिंटू , राजपुताना फाउंडेशन शम्भु सिंह , राष्ट्रीय राजपूत करनी सेना से मंजीत नाथावत जिलाध्यक्ष निर्भय शाक्तवत, उपेंद्र राठौड़, अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन पूर्वी राजस्थान प्रदेशाध्यक्ष सुरेंद्र अग्रवाल, मुस्लिम फाउंडेशन से आबिद अंसारी ,सगीर खान , वाजिद पठान, सुफियान खान ,तारिक खान, ब्राह्मण समाज से रमाकांत गौतम, श्याम परिवार से सुधीर सरोजा, राव समाज से तखत सिंह ,भूपेंद्र सिंह, कुन्दन चीता, सेवार्थी शक्ति संगठन बलवंत पाल, राजकुमार कुमावत, कमल चतुर्वेदी, दशरथ सैनी , द्रोपदी मीणा, रेखा शर्मा, रोहित राजावत, दीपक चौहान, राहुल खंडेलवाल, प्रवीण भारद्वाज, देवेंद्र चौहान, इंटेक यूनियन , कांग्रेस , बीजेपी ,बजरंग दल , शिव सेना , आम आदमी पार्टी से राजेंद्र मीणा ,कॉमरेड हरिलाल, विशाल सिंह , बृजमोहन सैनी , बलजीत अडसेला, गजेंद्र शर्मा ,गोविंद सुमन, चेतन सोलंकी , सुभाष शर्मा, टीनू चौहान, जगदीश यादव, लोकेश माहेश्वरी ,भीम सुमन, कपिल शर्मा, नवीन खत्री, जितेंद्र सिंह, आरिफ मंसूरी, अरविंद , आशीष शर्मा, नितेश मालव एवं सर्व समाज से हजारो महिलाएं व पुरूष शामिल थे।