अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह नहीं चाहते कि उनके सैनिक सीरिया से अभी तत्काल वापस लौटें.
वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को कहा कि वह नहीं चाहते कि उनके सैनिक सीरिया से अभी तत्काल वापस लौटें. उन्होंने कहा कि सैनिकों की एक छोटी टुकड़ी वहां पर मौजूद रहेगी. इस्लामिक स्टेट से लड़ने के लिए 200 अमेरिकी सैनिक उत्तर सीरिया में रहेंगे. ट्रंप ने कहा कुर्द बलों को तेल पर नियंत्रण कायम रखने के लिए 200 अमेरिकी सैनिकों को उत्तर सीरिया में छोड़ने का विचार कर रहा है. ये सैनिक जॉर्डन और इजराइल के नजदीक वाले क्षेत्र में तैनात रहेंगे. अंतत: हम उनको घर लेकर आएंगे.
दरअसल, ट्रंप सरकार ने सीरिया से सैनिकों को वापस बुलाने का फैसला लिया है जिसकी अमेरिकी सांसदों ने आलोचना की है जिसमें ट्रंप के सहयोगी भी शामिल हैं. सोमवार को अमेरिका के रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने कहा कि हमारे कुछ सैनिक उत्तर सीरिया के तेल वाले क्षेत्रों के अलावा कुर्दो के नेतृत्व वाले सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज (एसडीएफ) में तैनात रहेंगे.
सीरियाई कुर्दो की अपील
उधर, कुर्दो के नेतृत्व वाली सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज (एसडीएफ) ने अमेरिका से अपील की है कि वह तुर्की पर दबाव डाले कि वह पांच दिन के संघर्ष विराम का अनुपालन करे और उत्तरी सीरियाई शहर रास-अल-ऐन से पीड़ित नागरिकों के निकलने के लिए मानवीय गलियारा खोले. समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, एसडीएफ कमांडर, मजलूम आब्दी ने एक बयान में कहा कि उनका पक्ष गुरुवार को तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन और अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस के बीच हुए 120 घंटे के संघर्ष विराम समझौते का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है.