संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) के अनुसार, भारत पपीते का सबसे ज्यादा उत्पादन करनेवाले देशों में से एक है।
जान लेते है इसके फायदे :
१.पाचन तंत्र को रखे दुरुस्त
कच्चा पपीता पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। इसमें मौजूद पाचक एंजाइम्स और डाइट्री फाइबर्स, पाचन सुचारु रूप से कर, कोलन साफ करने और डाइजेस्टिव ट्रैक्ट को स्वस्थ रखने में मदत करते है। इस कारण यह कब्ज, एसीडिटी, पाइल्स और डायरिया जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाता है।
२. अस्थमा की रोकथाम
अस्थमा की संभावनाये उन लोगों में कम होती है जो कुछ पोषक तत्वों का अधिक मात्रा में सेवन करते हैं। इन पोषक तत्वों में से एक बीटा-कैरोटीन है जो पपीते में भरपूर मात्रा में मौजूद होता है।
३.कोलेस्ट्रॉल कम करे
पपीते में फाइबर बड़ी मात्रा में होता है l साथ ही ये विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स से भी भरपूर होता है l अपने इन्हीं गुणों के चलते ये कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में काफी असरदार है l
४. पपीते में शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जो ऑक्सीडेटिव तनाव को कम कर सकते हैं और कई रोगों के जोखिम को कम कर सकते हैं।
एक अध्ययन में, अल्जाइमर के मरीजों को छह महीने के लिए पपीता अर्क दिया गया l इससे डीएनए को ऑक्सीडेटिव क्षति का संकेत देनेवाले एक बायोमार्कर में ४० % की कमी देखी गई l शोध बताते हैं कि पपीते में स्थित एंटीऑक्सिडेंट, कैंसर की जोखिम को कम कर बढ़ने की रफ्तार को भी धीमा कर सकते हैं।
५. आंखों के लिए है फायदेमंद
पपीते में विटामिन सी के साथ विटामिन ए भी भरपूर मात्रा में होता है जो आंखों की रोशनी बढ़ाने के साथ बढ़ती उम्र से जुड़ी कई समस्याओं के समाधान में भी कारगर है l
६. पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द में
पीरियड्स के दौरान दर्द की शिकायत होने पर पपीते का सेवन करे l पपीते के सेवन से एक ओर जहां पीरियड साइकिल नियमित रहता है वहीं दर्द में भी आराम मिलता है l
७. बढ़ाये रोग प्रतिरक्षा क्षमता
पपीते में विटामिन सी होता है जो इम्युनिटी बढ़ाने में सहायक है l
८. पपीते में मौजूद फाइबर, पोटैशियम और विटामिन की मात्रा दिल की बीमारी को दूर करने में मदत करती है।
९. त्वचा के लिए है हेल्दी
कच्चे पपीते में फाइबर होता है, जो त्वचा से टॉक्सिन्स को अवशोषित करता है। इससे झुर्रियों, झाइयों, मुंहासों और पिग्मेंटेशन आदि की समस्या नहीं होती है।
त्वचा पर लगाने से पपीता घाव जल्दी भरने में मदत करता है, जले हुए क्षेत्रों के संक्रमण को रोकने के लिए फायदेमंद होता है। शोधकर्ताओं का मानना है कि पपीते में प्रोटीयोलाइटिक एंजाइम काइमोपैन और पैपैन उनके लाभकारी प्रभावों के लिए जिम्मेदार हैं।
सावधानी :
लेटेक्स की एलर्जी होनेवाले लोगों को पपीते से भी एलर्जी हो सकती है क्योंकि पपीते में चिटेनस नामक एंजाइम होता है।
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