बादाम को भिगोने से शरीर को उनसे अधिक विटामिन और खनिजों को अवशोषित करने की क्षमता आ जाती है।
वैसे तो बादाम पूर्ण रूप से स्वस्थ है, फिर चाहे वह सूखे बादाम हों या भिगोये हुए बादाम। लेकिन बादाम को भिगोकर इसकी की त्वचा में मौजूद टैनिन (tannins) और एसिड की मात्रा को कम किया जाता हैं, यह टैनिन और एसिड शरीर द्वारा पोषक तत्वों को आगे बढ़ने से रोक सकते हैं।
रात भर भीगे बादामों में प्रमुख रूप से अधिक मात्रा में विटामिन ई, फाइबर आहार और फोलिक एसिड उपस्थित होने के कारण यह पाचन, मधुमेह। त्वचा और पुरानी बीमारियों के लिए अत्यंत लाभकारी प्रभाव डालता है।
कच्चे बादाम की तुलना में भीगे बादामों में विटामिन-ई की अच्छी मात्रा पाई जाती है, और यह विटामिन त्वचा की सूजन और उसकी क्षति को कम करने के लिए एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करता है।