फिट, हेल्दी और स्लिम बने रहने का राज़ खाने-पीने की टाइमिंग में छिपा है. अगर आप अपने बढ़ते वजन को कम करना चाहते हैं तो ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर टाइम पर ही करें.
नींद और बॉडी क्लॉक को अनदेखा करने से आप गलत समय पर खाना खाते हैं जिससे वज़न बढ़ता है. देर से सोने वाले भी समय पर सोने वालों के बराबर ही कैलोरी लेते हैं, लेकिन खाने की टाइमिंग की वजह से बहुत कुछ बदल जाता है. देर तक जगने वाले गलत समय पर खाना खाते हैं और इसका सीधा असर वजन पर पड़ता है. विशेषज्ञों की मानें तो फूड इनटेक मैनेज करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि लाइफस्टाइल के मुताबिक खाने-पीने का शिड्यूल बनया जाए. इसके साथ ही खाने-पीने की आदतों पर निगाह भी रखी जाए. इसका मतलब है कि दिन भर आप क्या खा रहे हैं इस पर ध्यान देना बहुत जरूरी है.
स्वाद ही नहीं सेहत को भी बढ़ाती है डार्क चॉकलेट…हम सब स्लिम तो बने रहना चाहते हैं लेकिन हम में ज्यादातर लोग ऐसे हैं जिन्हें सही समय पर सही चीजें खाना पसंद नहीं. एक रिसर्च के मुताबिक फिट, हेल्दी और स्लिम बने रहने का राज़ खाने-पीने की टाइमिंग में छिपा है. अगर आप अपने बढ़ते वजन को कम करना चाहते हैं तो ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर टाइम पर ही करें.
क्या आप आए दिन ब्रेकफास्ट किए बिना ही घर से निकलते हैं? ऐसा कितनी बार हुआ है जब आपने तीन बजे के बाद लंच किया हो? क्या सोने से ठीक एक घंटे पहले आप अपना डिनर करते हैं? आप सोच रहे होंगे कि इन सब बातों में क्या रखा और इससे क्या फर्क पड़ता है तो हम आपको बता दें कि आप जितना सोच भी नहीं सकते उससे भी ज्यादा इन सब का असर सीधे-सीधे आपकी हेल्थ पर पड़ता है. सही भोजन ही इसका समाधान नहीं बल्कि सही समय पर खाना भी बेहद जरूरी है. खाने-पीने की टाइमिंग से आपके शरीर का मेटाबॉलिज्म, वजन, मोटापे से जुड़ी बीमारियों और नींद सीधे-सीधे प्रभावित होती है.
ब्रेकफास्ट का समय –
उठने के बाद आधे घंटे के अंदर-अंदर ब्रेकफास्ट कर लेना चाहिए .
सुबह 7 बजे ब्रेकफास्ट करने का सबसे अच्छा समय है
लंच का समय –
दोपहर 12:45 लंच करने का सबसे आइडियल समय है.
ब्रेकफास्ट और लंच के बीच चार घंटे का गैप रखने की काशिश करनी चाहिए.
डिनर –
शाम के 7 बजे से पहले-पहले डिनर करने लेना सबसे अच्छा रहता है.
डिनर और सोने के बीच में कम से कम तीन घंटे का गैप होना चाहिए.