इसमें कोई शक़ नहीं कि आज के दौर में थकान एक गंभीर मसला है। सेहत के मोर्चे पर ये थकान आपके लिए बहुत नुक़सानदेह हो सकती है। आज अक्सर लोग थके हुए, उदास, निराश नज़र आते हैं। बहुत से लोग हैं जो रोज़मर्रा के काम करने में ही थक जाते हैं। उनका कुछ करने का ही मन नहीं होता। छोटे-मोटे काम भी थकाऊ और उबाऊ लगते हैं। ऐसा महसूस होता है कि जैसे शरीर में जान ही नहीं। भारीपन महसूस होता रहता है।
सच तो ये है कि हम आज भी पूरी तरह से नहीं समझते कि थकान, शरीर में ताक़त की कमी की असल वजह क्या है। और कई बार ये अचानक से ख़त्म कैसे हो जाती है। हमें ये भी नहीं पता कि इसके लक्षण शरीर में पहले दिखाई देते हैं। या फिर दिमाग़ इसकी गवाही पहले देता है। हमें ये भी नहीं मालूम कि थकान समाज के माहौल की वजह से होती है या फिर हमारे ख़ुद के बर्ताव का नतीजा है। शायद थकान का सच इन सबको मिलाकर बनता है। हमारे एहसास, हमारा भरोसा हमारे ऊपर गहरा असर डालते हैं।
हमें मालूम है कि जज़्बाती तकलीफ़ से अपने भीतर जलन और दर्द महसूस होता है। कई बार तो इसकी वजह से दौरे भी पड़ने लगते हैं। थकान के चलते आंखों के आगे अंधेरा सा छा जाता है। किसी भी बीमारी के बारे में पक्के तौर पर ये नहीं कहा जा सकता कि ये दिमाग़ी है या शारीरिक। या फिर दोनों का मिला जुला नतीजा है। हां, थकान कई बार हम पर इतनी भारी पड़ती है कि शरीर सुन्न हो जाता है। अब ये आपका ख़्याल भी हो सकता है और सच्चाई भी। आज कल ज़्यादा लोगों को थकान हो रही है। इसका साफ़ मतलब है कि ये मसला हमारी जीवन शैली का है। काम के ज़्यादा मौक़े मिलने की वजह से लोग अपनी क्षमता से ज़्यादा काम कर रहे हैं। उनके काम का दायरा बढ़ गया है। फिर काम से तनाव होता है। तनाव से थकान और शरीर में ताक़त की कमी महसूस होने लगती है। हम बार-बार मेल चेक करते है, हमेशा सोशल मीडिया पर स्टेटस अपडेट करना भी हमें थकाता है। और अब नई तकनीकों की वजह से ज़िंदगी तो आसान हुई है पर उनकी वजह से कई मुसीबतें भी आई हैं।
आज अपने दफ़्तर का बोझ लोग दिमाग़ पर लादकर घर पहुंचते हैं। वहां मेल चेक करके ख़ुद को उस बोझ की याद दिलाते रहते हैं। ऐसे में थकान तो होगी ही। थकान और बेज़ारी का कोई ठोस इलाज भी नहीं। कुछ लोग मनोवैज्ञानिकों की मदद लेते हैं। कुछ लोग छुट्टियां लेकर थकान उतारते हैं। वहीं कुछ लोग परिवार-दोस्तों-रिश्तेदारों के साथ वक़्त बिताकर, थकान से मुक्ति पाते हैं।
आजकल की लाइफस्टाइल में लोगों को खुद के लिए समय नहीं मिल पा रहा है और व्यस्तता के चलते थकान बनी रहती है लेकिन हमेशा थकान महसूस करने की वजह कुछ गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं। थकान से बचने के लिए अपने रूटिन में बदलाव करें। पूरी नींद लें, अपनी सोशल एक्टिविटीज को थोड़ा कम करें और अपने लिए भी समय निकालें। साबुत अनाज ज्यादा खायें, ज्यादा से ज्यादा पानी पियें, कैफीन और अल्कोहल से दूर रहें। अगर इसके बाद भी आप थकान महसूस करते हैं तो आपको डॉक्टर से मिलने की जरूरत है। हमेशा थकान बने रहने की प्रॉब्लम को बिलकुल इग्नोर नहीं करना चाहिए।
आपको पता होना चाहिए कि आपको किस चीज़ से थकान होती है और किस काम से हौसला मिलता है। ख़ुशी मिलती है। कुछ लोग खेल-कूदकर थकान उतार लेते हैं। हां, एक बात तय है। हमें काम और आराम के बीच एक लाइन खींचनी होगी। अपनी परेशानी समझने और उससे निपटने में मदद मिले गी। यानी थकान की हर इंसान में अलग वजह है। हां, इस बीमारी के आप अकेले मरीज़ नहीं। मगर, इससे निपटने का तरीक़ा आपका खुद बनाना पड़े गा। निचे मै कुछ पॉइंट लिख रहा हू। उसे जरूर से पढ़िए गा। आप को तनाव का असली कारण तलाश करना होगा
दरअसल हम में से सभी लोग अपने अच्छे भविष्य के लिए और एक सुखी जिंदगी के लिए सपने देखते हैं। हमारी कुछ इच्छायें होती हैं, कुछ ख्वाहिशें होती हैं जिन्हें हम पूरा करना चाहते हैं। लेकिन सभी लोग अपनी इच्छाओं, ख्वाहिशों, सपनों को पूरा नहीं कर पाते। सभी लोग अपनी पसंद की सभी चीजो को हासिल नहीं कर पाते। जब हम अपनी इच्छाओं को पूरा नहीं कर पातें, जब हमारी चाहतें अधूरी रह जाती हैं तो हम निराश हो जाते हैं और हमारे अन्दर नकारात्मक विचार आ जाते हैं।
कुछ लोग अपनी आर्थिक स्थिति के कारण निराश होते हैं, तो कई लोग परीक्षा में अच्छे नंबर ना लाने से या किसी प्रवेश परीक्षा में असफल होने के कारण तनाव में आ जाते हैं । किसी को मनपसंद नौकरी नहीं मिलती, तो कोई अपनी पारिवारिक समस्याओं से निराश होता है। आजकल के ज्यादातर युवा अपनी लव स्टोरी के अधूरी रह जाने के कारण भी डिप्रेशन में आ जाते हैं। और भी बहुत से कारण हो सकते हैं निराश होने के, डिप्रेस्ड होने के। कभी कभी जिंदगी में कई मुश्किलें एक साथ आ जाती हैं जिनसे लोग इतने ज्यादा निराश हो जाते हैं कि आत्महत्या तक करने की सोच लेते हैं और कुछ कर भी लेते हैं।
थकान की पहचान कैसे करें?
जब लोग निराश होते हैं तो उनका किसी भी काम में मन नहीं लगता, हमेशा गुम शुम रहते हैं, अकेले रहते हैं। उनका किसी से बात करने का, किसी से मिलने जुलने का मन नही करता है। उनके मन में नकारात्मक विचार आने लगते हैं। उन्हें लगता है कि उनकी जिंदगी बेकार है। कोई उनके साथ नहीं है। उन्हें किसी पे भरोसा नहीं रहता। इसके अलावा भूख न लगना या ज़्यादा खाना, आत्महत्या का विचार या प्रयास करना, नींद ना आना, ज्यादा नींद आना, थकान, चिड़चिड़ापन ना पाचन सम्बन्धी समस्यायें भी हो सकती हैं।
थकान से बाहर निकलने के तरीके।
1. सोच में बदलाव करें।
निराश होने की सबसे बड़ी वजह है बार बार दिमाग में नकारात्मक विचारों का आना। शोध में खुलासा हुआ है कि डिप्रेस्ड लोग अपनी उपलब्धियों, गुणों और अपनी प्रतिभा को धीरे धीरे ख़त्म कर देते हैं। इसलिए निराश होने की वजह चाहे कुछ भी हो हमेशा सकारात्मक सोच रखनी चाहिए। क्योंकि सकारात्मक सोच वाले व्यक्ति बड़ी से बड़ी मुश्किलों से भी बाहर आ जाते हैं। इसलिए “मैं ये काम नहीं कर सकता ” या “ये चीज मेरी किस्मत में नहीं है ” के बजाय सकारात्मक होकर अपने आप से कहें कि ” मैं ये कर सकता हूँ ” और “मैं इस चीज को पा लूँगा “।
2. जिस बात से थकान होती है उसे भूल जाइये।
कभी कभी हमें एक या दो बात ही सबसे ज्यादा परेशान करती हैं और जब हम सकारात्मक होकर सोचते हैं तो देखते हैं कि उन बातों का कोई मतलब ही नहीं था। कुछ बातें हमारे वश में नहीं होती हैं और कुछ बातो की बेवजह हम टेंशन ले लेते हैं। इसलिए जो बातें सबसे ज्यादा परेशान करती हैं उनको भूल जाइये क्योंकि भूलने से हमारे दिमाग से एक बोझ सा उतर जाता है। जिससे हम रिलैक्स महसूस करते हैं।
3. अपने अच्छे कार्यों के बारे में सोचें।
टेंशन देने वाली बातों के बारे में ना सोचकर, अपने अच्छे कार्यो के बारे में सोचें, अच्छी यादों के बारे में सोचें। कॉलेज में दोस्तों के साथ बिताये पल, लवर के साथ बिताये गए पल, या परिवार के साथ बिताये गए अच्छे पल, या किसी टूर या पिकनिक पर बिताये गए यादगार लम्हों के बारे में सोचें। दोस्तों, परिवार वालो के दिए हुए उपहारों को देखें, अपनी बर्थडे विशेष पढ़ें। इनसे आपका मन हल्का होगा और आप रिलैक्स महसूस करेंगे।
4. माफ़ करने की आदत डालें।
यदि कोई आपके साथ कुछ गलत करता है, आपके साथ धोखा करता है, आपका कोई नुकसान करता है, आपके भरोसे को तोड़ता है या फिर आपको प्यार में बेवफाई मिली है तो जाहिर सी बात उससे सभी को दुःख तो होता ही है और कभी कभी बहुत दुःख होता है। लेकिन अगर आप उसके बारे में ज्यादा सोचेंगे तो आप खुद ही परेशान होंगे उस पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
उसके कर्मो का फल तो उसे भगवान जरुर देंगे। वो गलत है इसलिए उसने आपके साथ गलत किया लेकिन आप गलत नहीं हैं इसलिए उसे माफ़ करते हुए अपने दिलो दिमाग से हमेशा के उसे निकाल दें। फिर आप देखेंगे कि आप को एक अलग सी शांति और सुकून का अनुभव होगा और आप थकान से बाहर निकल गए हैं।
5. अपने आप को एंटरटेन करें।
थकान से बाहर निकलने के लिए अपनी पसंद के गाने सुनें, अपनी पसंद की मूवी देखें, कॉमेडी मूवीज देखें, जोक्स पढ़ें, जिन लोगो से बात करना अच्छा लगता हैं उनसे बात करें, परिवार या दोस्तों के साथ कहीं घूमने का, पिकनिक या मूवी देखने का प्लान बनायें या कुछ फनी एक्टिविटीज करें।
6. अपने आप को बिजी रखें।
अपने आप को कभी अकेला ना रहने दें। क्योंकि अकेले में सबसे ज्यादा नकारात्मक विचार आते हैं। और कभी भी खाली ना बैठे, क्योंकि “खाली दिमाग, शैतान का घर“। इसलिये अपने आपको किसी ना किसी काम में व्यस्त रखें। अपने इंटरेस्ट का काम करें, अच्छी किताबें पढ़े, नेट सर्फिंग करें, या दोस्तों से चाट करें, घर या ऑफिस में गप्पे लड़ाएं, और भी कुछ ना हो तो घर के काम करें, पोधों को पानी दें ……..मतलब कुछ ना कुछ करते रहिये।
7. नशे से दूर रहें।
अक्सर थकान में या तनाव में लोग नशा करने लग जाते हैं और सोचते हैं कि नशा उनकी टेंशन को दूर कर देता है। जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है। किसी भी तरह का नशा आपकी परिस्तिथियों को नहीं बदल सकता और ना ही समस्याओं को कम कर सकता है। और ना ही आपकी किसी टेंशन को दूर कर सकता है। रात को नशा करके आप सो तो सकते हैं पर अगली सुबह वही समस्यायें, वही परिस्तिथियाँ आपके सामने रहेंगी।
नशा करने से समस्यायें और बढ़ जाती हैं और परिस्तिथियाँ और बदतर हो जाती हैं। और आपके अन्दर एक गलत आदत और बढ़ जाती है जो आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा, आपके स्वास्थय और आपके परिवार के लिए भी बहुत हानिकारक होती है। और नशा करके व्यक्ति को और ज्यादा थकान होती है उसके दिमाग में और ज्यादा नकारात्मक विचार आते हैं। और वह कोई गलत काम भी कर सकता है। इसलिए नशे से सदा दूर रहें।
8. भरपूर नींद लें।
कम नींद लेने से शरीर थका थका सा लगता है, उर्जा में कमी महसूस होती है जिससे मन भारी भारी सा लगता है और किसी भी काम में दिल नही लगता और आप तनाव के शिकार हो जाते हैं। इसलिए कम से कम 6 – 8 घंटे की भरपूर नींद लें। भरपूर नींद लेने से शरीर को एक नयी उर्जा और ताजगी का एहसास होता है। मन हल्का और शांत होता है जो आपकी थकान और तनाव को कम करने में मदद करता है।
9. व्यायाम करें।
रोजाना सुबह घूमने जाएँ , योग करें, व्यायाम करें। तैराकी, साइकिलिंग या दौड़ भी सकते हैं। सुबह उठकर घूमने जाने से हमें ताजा वायु मिलती है, व्यायाम करने से माँसपेशियों में उत्तेजना आती है जिससे हमारे अन्दर एक नयी उर्जा का संचार होता है जो हमारे आत्मविश्वास को बढाता है और फालतू बातों से हमारा ध्यान हटाता है। और हम तनावमुक्त होने लगते हैं।
10. अपने आप को किसी से तुलना ना करें।
अपने आपको कभी किसी से तुलना न करें। दूसरो के रहन सहन, उनकी अमीरी, उनके शौक देखकर ईर्ष्या ना करें और ना ही उन चीजों के आपके पास ना होने से अपनी किस्मत को दोष दें। दरअसल आप किसी भी क्षेत्र में देख लें, चाहे एजुकेशन हो या धन दौलत, सभी को इन चीजों को हासिल करने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है। और अगर किसी के पास ये चीजें आप से ज्यादा हैं तो इसका सीधा सा मतलब है कि उसने वहाँ तक पहुँचने के लिए मेहनत भी आप से ज्यादा की है।
इसलिए कभी भी किसी से अपनी तुलना ना करें और उस चीज को पाने के लिए सकारात्मक सोच के साथ मेहनत करते रहें। और जो चीजें वर्तमान में आपके पास हैं उनसे संतुष्ट रहे।
दोस्तों ऊपर दी गयी टिप्स वास्तव में काम करती हैं और मेरी आजमायी हुई हैं। इसलिए मैंने आपकी मदद करने के लिए ये टिप्स यहाँ पोस्ट की हैं ताकि आप भी इनसे लाभ ले सकें।
पसंद आया तो—— कमेंट्स बॉक्स में अपने सुझाव व् कमेंट्स जुरूर करे और शेयर करें
आईडिया टीवी न्यूज़ :- से जुड़े ताजा अपडेट के लिए हमें फेसबुक यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो लाइक करें